नेताजी इंडोर स्टेडियम में आज तृणमूल की संगठनात्मक बैठक हुई। जिसमे पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक के नेताओं और पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। तृणमूल के इसी बैठक से पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
“एजेंसी नहीं चाहिए, नौकरी चाहिए”
ममता बनर्जी ने इस दौरान कहा कि “एजेंसी नहीं चाहिए, नौकरी चाहिए”, ममता ने इस नारे से शुरू की लड़ाई लड़ी जाएगी। पंचायत चुनाव से पहले ममता ने कहा कि वह ‘एजेंसी नहीं, नौकरी चाहिए’ के नारे के साथ चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल रोजगार चाहती है, और विपक्ष नहीं चाहता ।
अनुब्रत मंडल को सम्मान के साथ बाहर लाया जाएगा, उन्हें रोका नहीं जा सकता
ममता बनर्जी ने इस दौरान बीरभूम के नेताओं को कहा कि सम्मान के साथ केष्ट (अनुब्रत मंडल ) को बाहर लाया जाएगा। उन्हें रोका नहीं जा सकता। उन्होंने दावा किया कि भाजपा अनुव्रत मंडल को जेल में रखकर बीरभूम से लोकसभा सीट नहीं जीत सकती।
इस दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बैठक में बंगाल को क्यों नहीं बुलाया गया? ममता ने कहा कि शेख हसीना उनसे मिलना चाहती थीं। उनका दावा है कि यह पहली बार है जब बंगाल को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ बैठक से बाहर रखा गया है। ममता ने दावा किया कि उन्हें चीन और शिकागो भी नहीं जाने दिया गया।
एक बार फिर वामपंथियों पर हमला बोलते हुए उन्होंने दावा किया कि 34 साल की फाइल उपलब्ध नहीं है। “अगर मैं चाहती तो मैं उन सभी को पकड़ कर जेल में डाल सकती थी।” लेकिन मैंने नहीं किया, क्योंकि बदला नहीं बदल चाहिए । इस दौरान उन्होंने कहा कि तृणमूल में टिकट के लिए लॉबी करने की जरुरत नहीं होती है। तृणमूल कामके लोगों को खुद ही खोज लेती है।
पूजा अनुदान को लेकर अभिषेक बनर्जी ने कि 100 बार अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, पूजा में क्लबों को 250 करोड़ रुपये दिए गए हैं, 100 बार देंगे। गुजरात में 3000 करोड़ रुपये की मूर्ति बना सकते हैं, 8000 करोड़ रुपये का विमान खरीद सकते हैं, ममता बनर्जी 250 करोड़ रुपये नहीं दे सकती हैं?