प्रधानमंत्री मोदी ने किया कर्तव्य पथ का उद्घाटन, बोले – गुलामी का प्रतीक राजपथ हमेशा के लिए मिट गया

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प्रधानमंत्री मोदी ने कर्तव्य पथ का उद्घाटन कर दिया है। इस दौरान नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन को लेकर एक ऑडियो विजुअल प्ले किया गया। इसमें उनके आजादी में योगदान पर प्रकाश डाला गया। 

पीएम मोदी नव अपने संबोधन में कहा कि आज हम गुजरे हुए कल को छोड़कर आने वाले कल की तस्वीर में नए रंग भर रहे हैं। आज जो हर तरफ नई आभा दिख रही है वो नए भारत के आत्मविश्वास की आभा है। गुलामी का प्रतीक किंग्सवे यानी राजपथ हमेशा के लिए मिट गया है। आज कर्तव्यपथ के रूप में नए इतिहास का सृजन हुआ है।

उन्होंने कहा कि आज नेताजी की विशाल मूर्ति भी स्थापित हुई है। गुलामी के समय यहाँ ब्रिटिश राज सत्ता के प्रतिनिधि की प्रतिमा लगी हुई थी। आज उसी स्थान पर नेताजी की प्रतिमा की स्थापना कर के आधुनिक और शसक्त भारत की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी है। 

पीएम ने कहा कि यह अवसर ऐतिहासिक है अभूतपूर्व है। सुभाष चन्द्र बोस की स्वीकार्यता ऐसी थी कि पूरा विश्व उन्हें नेता मानता है। उनके पास साहस था, स्वाभिमान था, विचार था, नीतियां थी। नेताजी भारत की विरासत पर गर्व करते थे और जल्द से जल्द आधुनिक बनाना चाहते थे। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर आजादी के बाद हमारा भारत सुभाष बाबू की राह पर चला होता तो आज देश कितनी ऊंचाइयों पर होता! लेकिन दुर्भाग्य से, आजादी के बाद हमारे इस महानायक को भुला दिया गया। उनके विचारों को, उनसे जुड़े प्रतीकों तक को नजरअंदाज कर दिया गया।

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