सूर्य ग्रहण हो या फिर चंद्र ग्रहण, उसका हर राशि पर अच्छा या बुरा प्रभाव जरूर पड़ता है। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगने वाला है।
यह ग्रहण कोलकाता के समयानुसार सुबह 8.27 मिनट से शुरू होगा और 11.34 मिनट पर खत्म हो जाएगा जिसकी कुल अवधि 3 घंटे 7 मिनट होगी। इस खग्रास सूर्य ग्रहण का सूतक 25 दिसंबर को रात 8.27 मिनट पर लग जायेगा।
ग्रहण के दौरान पाठ, मन्त्र जाप आदि का और ग्रहण समाप्त होने के बाद दान पूण्य का विशेष महत्त्व होता है। ग्रहण के शुभ प्रभाव में वृद्धि व अशुभ प्रभाव को कम करने के लिये राशि अनुसार आराधना एवं दान बताए जा रहें है जिसे कर के लाभ की प्राप्ति की जा सकती है।
उपाय
मेष- मेष राशि वालों को ग्रहण काल के समय हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। ग्रहण समाप्ति के बाद जरुरतमंदो को चावल, चीनी, सफेद तिल, गेंहूँ, गुड़ का दान करें और दक्षिणा देंवे।
वृष- इस राशि वाले लोगों को चाहिए कि वे ग्रहण काल में देवी दुर्गा की उपासना करें। ग्रहण समाप्ति पर मूंग, गेंहूँ, चने की दाल, हरी सब्जियां दान करें और दक्षिणा देंवे।
मिथुन- देवी दुर्गा की उपासना मिथुन राशि वालों को ग्रहण काल के दौरान करनी चाहिए और चावल, सफेद तिल, काला तिल, काला उडद, चने की दाल, और दक्षिणा ग्रहण काल की समाप्ति पर देना लाभदायक रहेगा।
कर्क- हनुमानजी की आराधना आपको करनी चहिये। गेहूँ, गुड़, लाल चना, काला तिल, काला उड़द, दक्षिणा का दान करें ।
सिंह- सिंह राशि वालो को चाहिए कि वे ग्रहणकाल में विष्णु जी की आराधना करें एवं ग्रहण समाप्ति पर मूँग, हल्दी की गाँठ 11 नग, हरी सब्जी, तेल, लोहे की वस्तुएं, दक्षिणा देंवे।
कन्या- कन्या राशि वालों को भैरव आराधना करनी है। ग्रहण समाप्ति के बाद चने की दाल, सफ़ेद तिल, गेहूँ, गुड़, दक्षिणा का दान बताया गया है।
तुला- काली जी या कृष्ण जी की चालीसा ग्रहण काल के दौरान करें और समाप्ति पर सफ़ेद तिल, मसूर की दाल, गेहूँ, गुड़, कर्पूर के साथ दक्षिणा देंवे।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले विष्णु आराधना करें और मूँग, चावल, चने की दाल, गुड़, हरी सब्जी, दक्षिणा का दान करें।
धनु- धनु राशि वालो को हनुमान जी की आराधना करनी है। और दक्षिणा के साथ काला तिल, काला उड़द, सफ़ेद तिल, मूँग, हरी सब्जी, तेल का दान करना है। साथ में दक्षिणा भी देंवे।
मकर- इन राशि वालो को दुर्गा जी की आराधना, चावल, चना, गेहूँ, काला। उड़द, गुड़, चीनी, दक्षिणा का दान करना है।
कुम्भ- आपको विष्णु जी की आराधना करनी है। और ग्रहण समाप्ति के बाद चने की दाल, गेहूँ, गुड़, मूँग, हरी सब्जी का दान करें। साथ में दक्षिणा भी देंवे।
मीन- मीन राशि वालों को शिव जी की आराधना बताई जा रही है। आपको चावल, चीनी, मूँग, गेहूँ, गुड़ दक्षिणा का दान करना है।
उपर्युक्त उपायों को करने से शुभफल में वृद्धि होगी और ग्रहण के कारण राशियों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव में कमी आएगी। इसके अलावा सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी व्यक्ति सूर्य मन्त्रों का जाप, सूर्य स्तोत्र का पाठ, सूर्य चालीसा करें तो भी लाभ मिलता है।
