चंडीगढ़। भारतीय हॉकी के सर्वकालीन श्रेष्ठ और तीन ओलंपिक स्वर्ण विजेता सरदार बलबीर सिंह सीनियर का आज सुबह निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। सांस लेने में दिक्कत होने की शिकायत के चलते उन्हें 8 मई को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
उन्होंने आज सुबह लगभग छ बजकर 17 मिनट पर अंतिम सांस ली। बलबीर के परिवार में बेटी सुशबीर और तीन बेटे कंवलबीर, करणबीर और गुरबीर हैं। बलबीर सिंह सीनियर दुनियाभर में गोल मशीन के नाम से मशहूर थे।
भारत ने हॉकी में ओलंपिक लंदन (1948), हेल्सिंकी (1952) और मेलबोर्न (1956) में स्वर्ण जीता था, खास बात यह है कि इन तीनों टीमों में बलबीर सिंह सीनियर पदक विजेता टीम के हिस्सा थे। साल 1948 के लंदन ओलंपिक में अर्जनटीना के खिलाफ उन्होंने 6 गोल दागे थे, इस मैच में भारत 9-1 से जीता था।
इसी ओलंपिक के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 4-0 से हराया था, इस मैच में उन्होंने पहले 15 मिनट में दो गोल किये थे।
देश के महानतम एथलीटों में से एक बलबीर सीनियर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा चुने गए आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम ओलंपियनों में शामिल थे।
हेलसिंकी ओलंपिक फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ पांच गोल का उनका रिकॉर्ड आज भी कायम है।
