कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने आखिरकार राज्य के चार विश्वविद्यालयों में बहुप्रतीक्षित छात्रसंघ चुनाव को मंजूरी दे दी। यह चार विश्वविद्यालय हैं-प्रेसीडेंसी, जादवपुर, रवीन्द्र भारती और डायमंड हार्बर।
डायमंड हार्बर महिला विश्वविद्यालय के अलावा अन्य विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव जनवरी 2017 में रोक दिए गए थे। इससे पहले, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव होते रहे हैं। पश्चिम बंगाल राज्य प्रशासन ने 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले राज्यभर में कैंपस हिंसा के बाद छात्रसंघ चुनाव पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि प्रेसीडेंसी, जादवपुर और रवीन्द्र भारती में कोई हिंसा नहीं हुई थी। उल्लेखनीय है कि डायमंड हार्बर की स्थापना के बाद पहली बार वहां छात्रसंघ चुनाव होंगे।
जादवपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी छात्रसंघ चुनाव की मांग पर लंबे समय से आंदोलनरत हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने जमीनी हकीकत का जायजा लेने के बाद कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराने की अनुमति दी है। विपक्ष ने इसे 2020 में होने वाले नगर निगम चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की वास्तविक शक्ति का आकलन करने का प्रयोग करार दिया है।
माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा, तृणमूल की उपस्थिति प्रेसिडेंसी और जादवपुर में नहीं है। पार्टी भाजपा से इतनी डरी हुई है कि वह इन चुनाव से देखना चाहती है कि छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कैसा प्रदर्शन करती है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के बाद पूरे राज्य में एबीवीपी काफी मजबूत हुई है।