पिछले कई महीनों से विभिन्न संवैधानिक मुद्दों को लेकर राजभवन और राज्य सरकार में जारी टकराव के बीच बुधवार को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को काले झंडे दिखाए तथा ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे भी लगाए।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक बुधवार को राज्यपाल मुर्शिदाबाद जिले के डोमकल में गर्ल्स कॉलेज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे। डोमकल के अस्पताल मोड़ के पास नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। वह जब इस रास्ते से गुजर रहे थे उसी समय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। पास में पुलिस खड़ी थी लेकिन तृणमूल कार्यकर्ताओं का हंगामा नहीं थम रहा था। इससे जिला प्रशासन की ओर से राज्यपाल के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि राज्यपाल ने प्रदर्शनकारियों को देखकर हाथ हिलाया और मुस्कुरा कर आगे बढ़ गए।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुर्शिदाबाद जिले में फरक्का की यात्रा के लिए धनखड़ को एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराने का अनुरोध राज्य सरकार ने ठुकरा दिया था। तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने राज्यपाल की यात्रा के लिये हेलीकॉप्टर की जरूरत पर सवाल उठाते हुए इसे ‘बेतुका’ और ‘जनता के पैसे का दुरुपयोग’ करार दिया था। इसके बाद धनखड़ ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोगों को जबान पर लगाम लगाना सीखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धनखड़ पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि संवैधानिक पदों पर आसीन लोग भाजपा के मुखपत्र बन गए हैं। मुख्यमंत्री ने धनखड़ पर समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया था।
