manipur – मणिपुर में शांति वापसी का नाम ही नहीं ले रही है। जारी तनाव के बिच जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके बाद यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है।
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भीड़ ने शनिवार को भी राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर हमला किया था। पुलिस हिंसा में लिप्त 23 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लैंगमीडोंग बाजार में भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में कांग्रेस विधायक लोकेश्वर के घरों में आग लगा दी।
इस दौरान विधायक और उनके परिवार के सदस्य घर पर मौजूद नहीं थे। घरों के पूरी तरह जलने से पहले अग्निशमन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया।
प्रदर्शनकारियों ने शनिवार रात इंफाल पूर्वी क्षेत्र में सीएम बीरेन सिंह के पैतृक निवास पर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें 100-200 मीटर पहले ही रोक दिया।
इसके बाद भीड़ ने बीरेन के आवास की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर टायर जलाए और वाहनों की आवाजाही को अवरुद्ध कर दिया।
मणिपुर को लेकर आज होने वाली गृहमंत्री अमित शाह की बैठक में मुख्य एजेंडा तय किए जाएंगे। इसमें रविवार की बैठक में दिए गए निर्देशके क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी।
इस बैठक में पूर्वोत्तर राज्य संबधित गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, केंद्रीय गृह सचिव, आईबी डायरेक्टर, रॉ प्रमुख और सीआरपीएफ के अधिकारी शामिल होंगे।
Manipur – इसमें मैतेयी और कुकी समुदाय के लोगों से एक साथ वार्ता का खांका भी तैयार किया जाएगा।