कोलकाता। शुक्रवार को कूचबिहार जिले से शुरू होने वाली भारतीय जनता पार्टी की रथयात्रा को अनुमति देने से कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ के इंकार के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को अपना बंगाल दौरा रद्द कर दिया है। जिले में शुरू होने वाली रथ यात्राओं का उद्घाटन शाह को ही करना था लेकिन गुरुवार को राज्य सरकार की ओर से न्यायालय में यह रिपोर्ट देने के बाद की रथयात्रा को केंद्र कर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन सकती है, एकल पीठ ने रथ यात्राओं को अनुमति देने से इंकार कर दिया और साफ किया कि 9 जनवरी को अगली सुनवाई तक कोई भी रथयात्रा नहीं निकाली जा सकेगी। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को उच्च न्यायालय की खंडपीठ में इस फैसले के खिलाफ याचिका लगाई है। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने न्यायालय के निर्देश को ध्यान में रखते हुए अपना पश्चिम बंगाल दौरा रद्द कर दिया है। मीडिया से बात करते हुए शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव और संगठन के विस्तार के लिए हमने 3 यात्राओं का आयोजन पश्चिम बंगाल से किया था। उसकी अनुमति के लिए अक्टूबर से डीजीपी को पत्र लिखा और कई बार रिमाइंडर भी भेजे पर हमें अनुमति नहीं मिली। शाह ने कहा कि बंगाल में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया का दमन किया जा रहा है। पंचायत चुनाव के बाद से ममता बनर्जी डरी हुई है और इन यात्राओं के कोलकाता में समापन से बंगाल में पार्टी का वर्चस्व और भी बढ़ेगा। शाह ने कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ की ममता बनर्जी जितनी कोशिश करनी हो कर ले ये तीनो यात्राएं हो कर रहेंगी और मैं ही शुरू करने जाऊँगा।