कोलकाता। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) की तरफ से पश्चिम बंगाल में बांग्ला की जगह उर्दू शिक्षक की नियुक्ति का विरोध करने पर पुलिस फायरिंग में राजेश सरकार और तापस बर्मन की हत्या की सीबीआई जांच, प्रदेश में एनआरसी लागू करने, सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल 2016 को संसद में शीघ्र पास करने समेत कई मांगों को लेकर शुक्रवार को कोलकाता में महारैली निकाली गई।
महारैली में शामिल होने के लिए शुक्रवार को देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों छात्र कोलकाता पहुंचे थे। सुबह से ही बड़ी संख्या में हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना समेत राज्य के प्रत्येक हिस्से से छात्र रेल मार्ग से हावड़ा और सियालदह स्टेशन पर पहुंचे। वहां से पैदल मार्च करते हुए छात्र कोलकाता के धर्मतल्ला में एकत्रित हुए। उत्तर से लेकर दक्षिण, पूर्व से लेकर पश्चिम कोलकाता का प्रत्येक क्षेत्र एबीवीपी समर्थकों की रैली से भरा पड़ा था।
सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने छात्रों की रैली को सड़क से रैली स्थल पर पहुंचने में मदद की। ये छात्र एबीवीपी का बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए सभा स्थल पर पहुंचे। कार्यक्रम से पहले पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बयान जारी कर कहा है कि राज्य के युवा ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। इस सरकार का जाना तय है। विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रोज हो रही निर्मम हत्याएं रोकना बहुत जरूरी है। अब युवा शक्ति भी हत्यारी ममता सरकार के विरुद्ध कमर कस चुकी है।
