कोलकाता,। पश्चिम बंगाल में कैब और एनआरसी के खिलाफ करीब चार दिनों तक हुए हिंसक आंदोलन के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बुलावे पर मुख्य सचिव राजीव सिन्हा और पुलिस महानिदेशक विरेंद्र कुमार बुधवार को राजभवन पहुंचे। दोनों अधिकारियों के साथ राज्यपाल ने बैठक की।
बैठक में दोनों शीर्ष अधिकारियों ने राज्यपाल को राज्य के वर्तमान हालात के बारे में जानकारी दी।
दरअसल सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन दोनों को तलब किया था ताकि बंगाल में जारी हिंसक परिस्थिति के बारे में जानकारी ले सकें लेकिन दोनों नहीं पहुंचे थे। इसे लेकर राज्यपाल ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था कि राज्य के अधिकारियों से ऐसी बर्ताव की उम्मीद नहीं थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक चिट्ठी राज्यपाल के नाम लिखी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह से तनावपूर्ण हालात हैं उसमें राज्यपाल के तौर पर धनखड़ को राज्य प्रशासन को सहयोग करना चाहिए ना कि अधिकारियों को तलब कर उन्हें परेशानी में डालना चाहिए।
हालांकि राज्यपाल ने तब सीधे मुख्यमंत्री को तलब किया था लेकिन वह नहीं पहुंची थीं। उसके बाद मंगलवार शाम के समय राज्यपाल ने ट्वीट कर बताया था कि मुख्य सचिव राजीव सिन्हा और पुलिस महानिदेशक विरेंद्र कुमार बुधवार को अपराह्न के समय राजभवन में पहुंचेंगे। उसके मुताबिक 3:15 बजे के करीब दोनों राजभवन पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि गत शुक्रवार से पश्चिम बंगाल में शुरू हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार की ओर से क्या कार्रवाई की गई है। लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं, इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट राज्यपाल को दी गई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग चल रही है। राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल सरकार पर अलोकतांत्रिक तरीके से काम करने का आरोप लगाया है तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने राज्यपाल पर समानांतर प्रशासन चलाने की कोशिश का आरोप मढ़ा है।
