आंदोलन कर रहे 600 किसानों की मौत पर किसी को दुख नहीं – राज्यपाल सत्यपाल मलिक

देश

अपने बयानों से सुर्खियों में बने रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने रविवार को नए कृषि कानूनों के मसले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्‍होंने संवाददाताओं से कहा कि यदि कृषि के मुद्दे पर कुछ कहूंगा तो यह विवाद का विषय बन जाएगा।

 

पीएम मोदी के कार्यकाल के दौरान जम्मूकश्मीरगोवा और मेघालय के राज्यपाल बनने वाले सत्यपाल मलिक ने जयपुर में ग्लोबल जाट समिट को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें किसानों के मुद्दे पर दिल्ली के नेताओं को निशाना बनाने पर राज्यपाल का अपना पद खोने का डर नहीं है। 

 

किसान आंदोलन को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 600 लोग शहीद हो गए, लेकिन न कोई नेता बोला और न ही लोकसभा में शोक प्रस्ताव आया। दिल्ली से एक चिट्ठी तक नहीं आई। जबकि कोई पशु भी मरता है, तो दिल्ली के नेता शोक संदेश जारी कर देते हैं। 

 

मलिक ने आगे कहा, ‘कुछ लोग फेसबुक पर लिख देते हैं कि राज्यपाल साहब अगर इतना महसूस कर रहे हो तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते… मुझे आपके पिताजी ने राज्यपाल नहीं बनाया था और न मैं वोट से बना था। मुझे दिल्ली में दो-तीन बड़े लोगों ने राज्यपाल बनाया था और मैं उनकी ही इच्छा के विरुद्ध बोल रहा हूं। जब वो मुझसे कह देंगे कि हमें दिक्कत है छोड़ दो, तब मैं (इस्तीफा देने में) एक मिनट भी नहीं लगाऊंगा।’

Share