चीन के जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देने के बाद चीन के बड़े शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। नई स्टडी में दावा किया जा रहा है कि इससे लगभग 10 लाख लोगों की मौत हो सकती है।
लगभग तीन साल से चीन की शी जिनपिंग सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगा रखा था। इसमें लोगों को क्वारंटीन सेंटर ले जाना, अनिवार्य कोरोना टेस्टिंग और कठोर ट्रेसिंग शामिल था।
जीरो कोविड पॉलिसी से कोरोना तो नहीं रुका लेकिन चीन में व्यवसाय और दैनिक जीवन प्रभावित हुआ, जिसके बाद जनता ने प्रदर्शन किया। इसे देखते हुए जीरो कोविड पॉलिसी में ढील दी गई है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोरोना नियमों में ढील देने के दौरान चीन की तैयारी खराब है। बुजुर्गों के टीकाकरण की दर कम है। इसके साथ ही अस्पतालों में ICU और एंटीवायरल दवाओं की भारी कमी है।
हांगकांग यूनिवर्सिटी के तीन प्रोफेसरों का अनुमान है कि इस तरह से जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देने से प्रति 10 लाख लोगों में 684 मौतें हो सकती हैं। चीन की 1.4 अरब आबादी के हिसाब से लगभग 964,400 मौतें हो सकती हैं।